UPPSC RO-ARO 2024 Postponed: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा को स्थगित कर दिया है। यह परीक्षा पहले 22 और 23 दिसंबर 2024 को तीन पालियों में आयोजित होने वाली थी, लेकिन अब इसे रोक दिया गया है। आयोग के अनुसचिव ओंकारनाथ सिंह के अनुसार, परीक्षा की नई तिथि के संबंध में घोषणा आयोग द्वारा गठित एक समिति की रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद की जाएगी।
उच्चस्तरीय समिति का हुआ गठन
इस परीक्षा के आयोजन के लिए यूपीपीएससी ने एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति की अध्यक्षता आयोग के वरिष्ठ सदस्य कल्पराज सिंह करेंगे, जबकि इसमें आयोग के अन्य सदस्य जैसे प्रोफेसर राम प्यारे, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी योगेश कुमार शुक्ल और सेवानिवृत्त पीसीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश पाल भी शामिल हैं। यह समिति परीक्षा की तिथि पर निर्णय लेने से पहले सभी पहलुओं की समीक्षा करेगी।
आयोग ने यह निर्णय, एक रिपोर्ट की प्राप्ति और उसकी समीक्षा के बाद लिया है, और परीक्षा की नई तिथि के बारे में सूचना जल्द जारी की जाएगी।
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024: 22 दिसंबर को आयोजित होगी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 की तिथि में बदलाव किया है। पहले यह परीक्षा 7 और 8 दिसंबर 2024 को आयोजित की जानी थी, लेकिन अब इसे 22 दिसंबर को आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतियोगी छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए यह पहल की थी।
प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांगों का ध्यान रखते हुए, यूपीपीएससी ने परीक्षा की तिथि में यह बदलाव किया है। पहले दो दिनों में होने वाली परीक्षा को अब एक ही दिन में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
परीक्षा का नया समय और पैटर्न
नई तिथि के अनुसार, पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 22 दिसंबर को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक होगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक आयोजित होगी। यह निर्णय छात्रों को यात्रा और समय की समस्याओं से राहत देने के उद्देश्य से लिया गया है, ताकि सभी उम्मीदवारों को एक ही दिन परीक्षा देने का अवसर मिले।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतियोगी छात्रों के लिए इस फैसले को प्राथमिकता दी और आयोग से त्वरित कार्रवाई की अपील की थी। आयोग ने उनकी मांगों को गंभीरता से लिया और छात्रों के हित में त्वरित कदम उठाए।