Daily Top  Current Affairs: यहां  17 October के करेंट अफेयर्स हिंदी में पढ़ें

safalta expert Published by: Chanchal Singh Updated Mon, 17 Oct 2022 07:29 PM IST

Source: safalta

Daily Top  Current Affairs: अगर आप भी किसी प्रकार के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इसमें हम आज आपके लिए लाए हैं राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के करंट अफेयर।
आपके प्रतियोगी परीक्षा के लिए लाभदायक हो सकता है। इस लेख का एक मात्र उद्देश्य यह है कि इस लेख से ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे छात्रों की सहायता करना है। आज के प्रमुख करंट अफेयर के विषय में पढ़ने के लिए नीचे स्क्रोल कीजिए।

 

Global Hunger Index, ग्लोबल हंगर इंडेक्स क्या है, और भारत की रैंकिंग कितनी है

Global Hunger Index : ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिसने भारत की चिंता बढ़ा दी है। 121 देशों के लिस्ट में भारत को 107 वां स्थान मिला है। भारत युद्ध ग्रस्त अफगानिस्तान के अलावा दक्षिण एशिया के लगभग सभी देशों से इस लिस्ट में पीछे हैं। ग्लोबल हंगर इंडेक्स यानी जीएचआई वैश्विक क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर भूख को व्यापक रूप से मापने और ट्रैक करने का एक उपकरण है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स सेकोर की गणना 100 अंकों के आधार पर की जाती है, जो कि भूख की गंभीरता को दर्शाता है। इन अंको में 0 या जीरो सबसे अच्छा स्कोर  है और सबसे खराब 100 से  है। भारत का स्कोर 29.1 है जो कि इसे गंभीर श्रेणी में रखता है, पड़ोसी मुल्कों और भारत की तुलना ग्लोबल इंडेक्स रिपोर्ट में अगर पड़ोसी देशों की बात करें तो लगभग सभी देश भारत से भूख के मामले में बेहतर है। श्रीलंका को 74 वें स्थान पर है जहां की आर्थिक स्थिति अभी बहुत खराब है। नेपाल को 81 वां स्थान और पाकिस्तान को 99वें  स्थान मिला है। अफगानिस्तान 109 पर है वही भारत 107 पर है अफगानिस्तान की स्थिति भारत से भी बदतर है। इसके अलावा चीन सामूहिक रूप से 1 और 17 के बीच रैंक वाले देश में से एक है। इस ग्लोबल हंगर इंडेक्स रेट में चीन  5 से भी कम है।


 क्या है मिशन कर्मयोगी के तहत लॉन्च की गई ई-लर्नींग पोर्टल


केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नौकरशाही में व्यापक सुधार लाने के लिए राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता विकास कार्यक्रम एनपीसीएसबी मिशन कर्मयोगी को मंजूरी दे दी गई है। यह मिशन कर्मयोगी अलग-अलग काम करने की संस्कृति को समाप्त कर एक नई कार्य संस्कृति की शुरुआत करेगा। यह एक समग्र और विस्तृत योजना है जो व्यक्तिगत के साथ-साथ संस्थागत क्षमता के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा। यह 21वीं सदी के लिए एक ऐतिहासिक सुधार है जो कि अलग-अलग कार्य करने की संस्कृति को समाप्त कर नई वर्क कलचर की शुरुआत करेगा और व्यवस्था में जवाबदेही एवं ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित करेगा। साथ ही कार्य के लिए लक्ष्य आधारित और निरंतर ट्रेनिंग व्यवस्था से सिविल सेवक सशक्त व संवेदनशील बनेंगे।
मिशन कर्मयोगी 28 जून 2022 को कम्युनिकेशन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव द्वारा लॉन्च किया गया है। यह भारतीय डाक विभाग के लिए आयोजित एक ई लर्निंग पोर्टल है। मिशन कर्मयोगी सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए एक नेशनल प्रोग्राम है, और इसका उद्देश्य डाक विभाग में संस्थागत और  कार्य प्रोसेस में सुधार लाकर नौकरशाही में क्षमता के निर्माण को बदलना है। मिशन भारतीय सिविल सेवकों को अधिक क्रिएटिव, इमैजिनेशन, एक्टिव, इनोवेटिव, प्रोफेशनल, एनर्जेटिक, ट्रांसपेरेंट और टेक्नोलॉजी अनेबल्ड कर भविष्य के लिए तैयार करने की प्रकल्पना करता है। 

क्या है बढ़े चलो कैंपेन और इसका उद्देश्य क्या है


केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भारत के युवाओं से जुड़ने और उनमें  देशभक्ति की भावना को जागृत करने के उद्देश्य से बढ़े चलो अभियान शुरू किया है। भारत के युवाओं को भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के लिए और इसके लिए आगे बढ़ने के लिए इस अभियान के तहत प्रोत्साहित किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य देश के सभी हिस्सों से युवाओं और लोगों को एक ऐसे मंच से जोड़ना है जहां से उनके देशभक्ति की भावना को बढ़ाई जा सके। बढ़े चलो अभियान में फ्लैश डांस की व्यवस्था होगी, जहां डांसर युवा गान पर डांस करेंगे और इसके एंथम को बढ़े चलो थीम पर लिखा और कंपोज किया गया है, और इस एथंम के माध्यम से लोगों को  एक मंच पर लाना है।