विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस (26 नवम्बर) क्यों मनाया जाता है जानें विस्तार से
हर साल विश्व स्तर पर 26 नवंबर को विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य पर्यावरण को संतुलित करने के लिए लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना और पर्यावरण संतुलन और सकारात्मक कदम उठाने के लिए मनाया जाता है, साल 1992 में पर्यावरण संरक्षण दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी।
पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम है, यह पूरे विश्व द्वारा मनाया जाता है और पर्यावरण के संरक्षण और बचाव के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक की जाती है।
National Milk Day, दुग्ध दिवस कब और क्यों मनाया जाता है
हर साल भारत में 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर दिवस है जोकि 2014 से मनाया जा रहा है। भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन के जन्म दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है। साल 2014 में भारतीय डेयरी एसोसिएशन आईडीए ने पहली बार इस दिन को मनाने के लिए पहल की थी। पहला राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 26 नवंबर 2014 को मनाया गया जो कि भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन का जन्म अवसर था, जिसमें 22 अलग-अलग राज्यों ने दूध उत्पादकों ने भाग लिया था। संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 1 जून को विश्व दुग्द दिवस मनाया जाता है। यह अंतरराष्ट्रीय दिन है, भारत में 2 सालों से यानी 2014 से लेकर 2016 में दूध की उत्पादन परसेंट बड़ी है, जिसमें प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता साल 2013-14 के 307 ग्राम प्रत्येक दिन बढ़कर, 2015-16 में 340 ग्राम प्रतिदिन हो गई है। 1998 में संयुक्त राज्य अमेरिका को भारत में दूध के प्रोडक्शन में पीछे पछाड़ दिया था। भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है।
National Law Day,राष्ट्रीय विधि दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, जाने विस्तार से
National Law Day : हर साल भारत में 26 नवंबर को राष्ट्रीय विधि दिवस या राष्ट्रीय कानून दिवस मनाया जाता है। 26 नवंबर के दिन भारत का संविधान स्वीकारा गया था, जिसके बाद से 26 नवंबर को ही विधि दिवस मनाया जाता है। सबसे पहले भारत के प्रख्याता विधिवेत्ता, डॉक्टर लक्ष्मी मल्ल सिंघवी के प्रयासों एवं सुप्रीम कोर्ट बार एशोशिएशन द्वारा साल 1979 में शुरू हुई थी, जिसके बाद से इस दिन को भारतीय संविधान के नाम से जाने जाने लगा।
10 Facts About 26/11 Attack, 26/11 मुंबई ताज होटेल हमले के बारे में जाने 10 फैक्ट
साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले को साल 2022 में 14 साल पूरे हो जाएंगे, लेकिन इस दिन हुए आतंकी हमले का डर और दर्द आज भी भारतीय लोगों के दिल में जिंदा है। 26/11 भारत के इतिहास का सबसे काले दिनों में से एक है। जब मुंबई में आतंकवादियों ने क्रूरता से आतंकी हमले को अंजाम दिया था, इस 26 /11 हमले में लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में घुसपैठ कर 4 दिनों तक गोलीबारी एवं सिलसिलेवार बम विस्फोट किए थे, इस हमले के चलते 164 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस 26 /11 हमले के पीछे आतंकियों का कोई मकसद था, जिसका खुलासा धीरे-धीरे समय के साथ होते आ रहा है। ऐसे में आज हम आपको आज के इस लेख के माध्यम से 26 /11 की पूरी कहानी विस्तार से बताएंगे।