जाने नासा आर्टेमिस मून मिशन के लॉन्च के बारे में विस्तार से
लगभग डेढ़ महीने बाद नासा अपने मून मिशन आर्टेमिस - 1 को एक बार फिर से लांच करने के लिए तैयारी कर रहा है। यह लॉन्चिंग 16 नवंबर सुबह 11:34 से दोपहर 1:34 के बीच फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से होने जा रही है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की यह तीसरी कोशिश है, इससे पहले 29 अगस्त और 3 सितंबर को भी रॉकेट लॉन्च करने का प्रयास नासा द्वारा किया गया था, लेकिन तकनीकी खराबी के चलते यह लॉन्च सपल नहीं हो पाया था। 14 नवंबर रविवार को हुए प्रेस ब्रीफिंग में आर्टेमिस मिशन मैनेजर माइक सैराफिन ने यह कहा है कि फ्लोराइड में आए निकोल तूफान ने स्पेसक्राफ्ट के एक पार्ट को ढीला कर दिया है। जिसके चलते लिफ्ट आफ के दौरान दिक्कत हो सकती है, इसलिए टीम ने इस समस्या को रिव्यू कर लिया है, यदि किसी कारण से 16 नवंबर को रॉकेट लॉन्च नहीं होता है तो यह 19 या फिर 25 नवंबर को लांच होगी।
इंडोनेशिया ने भारत को सौंपी G-20 की अध्यक्षता
इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता अब भारत को दी गई है। शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन बुधवार 16 नवंबर को इंडोनेशिया ने जी-20 की अध्यक्षता अब भारत को सौंप दी है, जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया है और कहा है कि दुनिया को जी-20 से बहुत उम्मीद है और वैश्विक विकास में महिलाओं की भागीदारी के बिना इसका सफल होना संभव नहीं है।
इन आवर लाइफटाइम अभियान क्या है जाने विस्तार से
राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय (NMNH) पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम यूएनडीपी के अंतर्गत संयुक्त रूप से इन आवर लाइफ टाइम अभियान की शुरुआत की है।
यह अभियान 18 से 23 साल की आयु के बीच के युवाओं को स्थाई लाइफस्टाइल के संदेशवाहक बनाने के लिए किया गया है।
अभियान से दुनिया भर के युवाओं के विचारों के लिए एक वैश्विक आवाहन देता है, जो पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन जीने के लिए भावुक हैं।
युवाओं को अपने जलवायु कार्यों को प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जो उनकी क्षमता के अंदर पर्यावरण के लिए लाइफ स्टाइल में योगदान करते हैं, जो टिकाऊ और स्केलेबल है और अच्छी प्रथाओं के रूप में काम करते हैं, जिन्हें विश्व स्तर पर शेयर किया जा सकता है।
क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज डे कब और क्यों मनाया जाता है
क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी एक ऐसी समस्या है जो फेफड़े से आने वाली सांस यानी एयरफ्लो में रुकावट पैदा करती है। बढ़ते एयरपॉल्यूशन और स्मोकिंग के चलते कई प्रकार की सांस संबंधी समस्याएं से लोग परेशान हैं, इनमें से एक है क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी सीओपीडी, इससे फेफड़ों की प्रोग्रेसिव डिजीज के रूप में भी जाना जाता है। यह बीमारी समय के साथ बढ़ती है। सीओपीडी से इनफेक्टेड लोगों को हार्ट प्रॉब्लम और रेड कैंसर की समस्या भी भविष्य में हो सकती है, हालांकि अगर इस बीमारी का समय रहते इलाज किया जाए तो पीड़ित मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो सकता है। सीओपीडी से संबंधित जानकारी देने, उपचार के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने के लिए हर साल नवंबर महीने के तीसरे बुधवार को वर्ल्ड क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी दिवस मनाया जाता है। इस साल यह दिन 17 नवंबर यानी बुधवार को मनाया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, जाने विस्तार से
हर साल 17 नवंबर को विश्व स्तर में दुनिया भर की कई यूनिवर्सिटी सांस्कृतिक बहुलता और विविधता के प्रदर्शन के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर बहुत सी यूनिवर्सिटी छात्रों के लिए इस दिन खास गतिविधियों का आयोजन करती है, यूनिवर्सिटी के अलावा अन्य छात्र संगठन भी छात्र दिवस के अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं, वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी छात्र दिवस के विषय में संदेश फैलाते हैं आइए जानते हैं छात्र दिवस से जुड़े इस इतिहास के बारे में