विश्व सुनामी जागरूकता दिवस का इतिहास और महत्व क्या है
हर साल 5 नवंबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य भविष्य में आने वाली आपदाओं को लेकर पहले से ही तैयारी की सके की जा सके ताकि ज्यादा से ज्यादा जान बचाई जा सके और जनधन की हानि ना हो। इस विषय में इस दिन जागरूकता के प्रचार प्रसार को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। सुनामी दिवस के दिन सभी को सुनामी से होने वाले खतरे एवं इसके बचाव के उपाय के बारे में बताया जाता है। इस दिन प्राकृतिक आपदा सुनामी के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है और ऐसी स्थिति में कैसे निपटा जाए इसके विषय में जानकारी दी जाती है। विश्व में ऐसे कई देश है जहां हर साल सुनामी आती है।
कौन हैं भूपेन हजारिका जाने इनके बायोग्राफी के बारे में
दुनिया में कुछ आवाज ऐसी होती है जिसे सालों सुनने के बाद भी उनमें ताजगी बरकरार होती है। कुछ ऐसे ही मशहूर सिंगर और म्यूजिशियन भूपेन हजारिका का नाम शामिल है। भूपेन खुद ही लिखा करते थे एवं अपने गानों को खुद ही कंपोज करके गाया करते थे। मल्टी टैलेंटेड भूपेन मूल रूप से असमिया भाषा के संगीतकार एवं गीतकार और गायक थे, लेकिन इन्होंने हिंदी भाषा में कई फेमस गीत गाए हैं। इन्हीं में से एक मशहूर फिल्म रूदाली का गीत दिल हूं हूं करे हैं, यह गीत मेल एवं फीमेल दोनों वर्जन में गाया गया है। भूपेन हजारिका के संगीत और आवाज में लोक संस्कृति की खुशबू सहज ही दिखाई और सुनाई देती है। असामी गायक का राजस्थानी म्यूजिक पर गाया दिल हूम हूम करे बहुत मशहूर गाना में से एक है, जिसे भूपेन ने गाया है। इस गाने के कारण उन्हें बहुत अच्छी प्रशंसा मिली, खबरों की कहे तो भूपेन में आसामी गीत बुक हूम हूम करे गाया था जिसे पुनः हिंदी वर्जन में दिल हूम हूम करे उतारा गया था। इस गीत की भाषा भले ही बदल गई लेकिन इस गीत की आत्मा वही असामी भाषा में बनी रही।
जाने विराट कोहली के प्रारंभिक जीवन, शिक्षा और करियर के बारे में विस्तार से
विराट कोहली भारत के ऐसे क्रिकेट प्लेयर है जिसे भारत के साथ-साथ दुनिया घर में सभी लोग जानते हैं। यह एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है जो दाएं हाथ से खेलते हैं और देश के होनहार खिलाड़ियों में से एक है। विराट को क्रिकेट को लेकर बचपन से ही प्रेम था जिसे देखकर इनके पिता ने इनका सही मार्गदर्शन किया और इस क्षेत्र में आगे बढ़ाया। क्रिकेट में दिए गए इनके योगदान के लिए 2017 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया था।