जानिए क्यों मानते हैं 6 जनवरी को युद्ध अनाथों का विश्व दिवस (World Day Of War Orphans)

Safalta Experts Published by: Abhivardhan Bajpayee Updated Fri, 07 Jan 2022 12:02 AM IST

Source: safalta

प्रतिवर्ष संपूर्ण विश्व में 6 जनवरी को 'युद्ध अनाथों का विश्व दिवस' (World Day Of War Orphans), के रूप में मनाया जाता है। दरअसल यह दिवस वैश्विक समुदायों में विशेष रूप से कमजोर समूह की दुर्दशा को समझने और इसे सुधारने के लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए  मनाया जाता है।
उल्लेखनीय है कि इस दिवस का उद्देश्य युद्ध के अनाथों को संबोधित करना है क्योंकि यह दुनिया भर में बढ़ते मानवीय और सामाजिक संकट बन गया है। ध्यातव्य है कि अनाथालय में बड़े होने वाले बच्चे भावनात्मक, सामाजिक और शारीरिक बाधाएं अनुभव करते हैं इसीलिए इन बाधाओं को दूर करने के लिए उन्हें सामाजिक और मानसिक तौर पर अच्छा वातावरण देने के लिए यह दिन मनाया जाता है।

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यूनिसेफ के अनुसार, एक अनाथ वो है जो “18 वर्ष से कम उम्र का बच्चा है जिसने माता-पिता को खो दिया है।” युद्ध अनाथों के लिए विश्व दिवस की शुरुआत फ्रांसीसी संगठन, एसओएस( SOS) एनफैंट्स एन डिट्रेस द्वारा की गई थी। युद्ध क्षेत्र बन गए देशों की परिस्थितियां इतनी खराब होती हैं कि वहां के नागरिकों को बिना किसी विकल्प के युद्ध के कष्टों का सामना करना पड़ता हैं। युद्ध पीड़ितों  बच्चों को सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है क्योंकि उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता हैं। युद्ध के दौरान अनाथ हुए बच्चों की कठिनाइयां कम करने और समाज में उन्हें बेहतर जीवन देने के प्रयास के लिए यह दिवस मनाया जाता है।

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यूनिसेफ
  • यूनिसेफ- यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रेंस फंड
  • स्थापना - 1946
  • मुख्यालय  - न्यूयॉर्क संयुक्त राज्य अमेरिका
  • अध्यक्ष-  टोरे हैट्रेम