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मुहावरे की परिभाषा
मुहावरे यह एक 'अरबी' भाषा का शब्द है जिसका अर्थ 'अभ्यास करना' होता है जो शब्द अपने साधारण अर्थ के अलावा एक विशेष अर्थ को व्यक्त करते है तो हिंदी मे ऐसे वाक्यांश को मुहावरा कहते हैं। मुहावरे किसी भाषा विशेष में प्रचलित उस अभिप्रायक इकाई को कहते हैं जिसका प्रयोग प्रत्यक्ष से विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। मुहावरे को अंग्रेजी में इडियम्स कहते है। मुहावरे को वाक्य में प्रयोग करने के कुछ नियम निम्न लिखित हैं।
उदाहरण -
नौ दो ग्यारह होना
नौ दो ग्यारह होना, इस मुहावरे का अर्थ – भाग जाना
मुहावरे का वाक्य प्रयोग किस प्रकार करेंगे वाक्य में 'भाग जाना' अर्थ न लिख कर नौ दो ग्यारह लिखेंगे।
जैसे - पुलिस को आता देखकर सभी चोर नौ दो ग्यारह हो गये।
मुहावरे का अर्थ
भाषा की समृद्धि और योग्यता के विकास के लिए योग्यताएं और कहावत का उपयोग किया जाता है। भाषा में व्यवहार से जीवन जीने की क्षमता और बढ़ने की संभावना है। जो भाषा में संक्षिप्त जानकारी प्रभावी होगी, प्रभावी और रोचक होगी।
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मुहावरे के अर्थ और उनके वाक्य प्रयोग नीचे दिए गए है -
1) अंग–अंग ढीला होना– ( बहुत ही थक जाना )
सारा दिन काम करके, आज तो अंग–अंग ढीला हो गया है।
2) अंगूठा दिखाना–( इनकार करना )
आज हम हरीश के घर सहायता माँगने गए, तो उसने हमे अँगूठा दिखा दिया।
3) अन्धे की लकड़ी–( एक अकेला सहारा )
रमेश अपने माँ–बाप के लिए अन्धे की लकड़ी के समान है।
4) अक्ल पर पत्थर पड़ना–( कोई भी बात समझ में ना आना )
राजू की अक्ल पर पत्थर पड़ गए हैं, उसे तो कुछ भी समझ में नहीं आता मैं क्या करूँ।
5) आँख का उजाला–(अति प्रिय व्यक्ति )
मोहन अपने माता–पिता की आँखों का उजाला है।
6) इधर की उधर करना–(चुगली करना )
महेश की तो इधर की उधर करने की आदत है, इसलिए उस पर विश्वास मत करना।
7) ईंट से ईंट बजाना–(नष्ट कर देना)
राणा उदय सिंह में युद्ध में मुगलो की ईंट ऐ ईंट बजा दी थी।
8) ईद का चाँद होना–(कई दिनों के बाद दिखाई देना)
सुरेश भाई आप तो ईद का चाँद हो गए, एक वर्ष बाद दिखाई दिए।
9) एक ही लकड़ी से हाँकना–(अच्छे–बुरे की पहचान न होना)
कुछ अधिकारी तो सभी कर्मचारियों को एक ही लकड़ी से हाँकते हैं।
10) एक ही थैली के चट्टे–बट्टे होना–(सबका एक जैसा होना)
आजकल के सारे नेता एक ही थैली के चट्टे–बट्टे हैं।
11) ओखली में सिर देना–(जानते बुझते अपने आप को मुसीबत में डालना)
अपने से ज्यादा ताकतवर व्यक्ति से उलझने का मतलब है, ओखली में सिर देना, समझे प्यारे। मोहन ने रामू को समझाते हुए कहा।
12) औंधे मुँह गिरना–(हार जाना )
आज अखाड़े में एक पहलवान ने दूसरे पहलवान को ऐसा मारा कि वह औंधे मुँह गिर गया।
13) कलेजे पर पत्थर रखना–(धैर्य रखना )
गरीब शामू को गाँव का चौधरी सबके सामने खरी–खोटी सुना कर चला गया, जिसको उसने अपने कलेजे पर पत्थर रखकर सुना लिया।
14) खाक छानना–(दर–दर ठोकर खाना )
आज के समय में अच्छे–अच्छे लोग बेरोज़गारी की वजह से खाक छान रहे हैं।
15) खून–पसीना एक करना–(कड़ी मेहनत करना)
किसान सारे दिन खून–पसीना एक करके आनाज पैदा करते हैं।